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11. जब अकेला रहा तो उसकी याद आई

-11. जब अकेला रहा तो उसकी याद आई 

जब अकेला रहा तो उसकी याद आई,
है जो भूला सा मुझको हरजाई।
जाके उसको कोई बता दे ज़रा,
तुझ से अच्छी  है  मेरी  तन्हाई।

अब कोई भी मोहब्बत वफ़ा ना करें,
गर करे फिर तो हरगिज़ दग़ा ना करें।
बात इतनी सी है गर समझ पाओ तो,
जो खुशी दे उसे ग़मज़दा ना करें।

फ़राज़ (क़लमदराज़)
S.N.Siddiqui
@seen_९८०७

# आधे अधूरे मिसरे/ प्रसिद्ध पंक्तियां 

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1 Comments

बहुत सुन्दर सृजन

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